Rishi Prasad- A Spiritual Monthly Publication of Sant Sri Asharam Ji Ashram

आँवले की चाय, शरबत और चटनी बनायें अपने घर में

- पूज्य बापूजी

शरद पूनम के दूसरे दिन से आँवले वीर्यवान माने जाते हैं ।

1-2 किलो आँवले धो-धा के कुकर में डाल दो । 25 से 50 मि.ली. पानी डाल दो । एक सीटी बजे-न बजे, आँवले उतार लो । थोड़ी देर बाद कुकर खोल के आँवलों की गुठलियाँ निकालकर आँवलों को जरा मथ के उनका मावा-सा बना लो ।

फिर घी हो तो घी, नहीं तो तेल में उनको सेंक लो । जितना आँवला हो उतनी ही शक्कर या मिश्री की एक तारवाली चाशनी बनाकर उसमें मिला दो और उसे अच्छे-से गरम कर लो । उसमें से आधा अलग करके रख दो और रोज 10 ग्राम एक गिलास में डाल दो । शरबत पीने का शौक है तो उसमें ठंडा पानी डालो और चाय पीने का शौक है तो गर्म पानी डालो । अगर धातु कमजोर है, स्वप्नदोष है, सफेद पानी पड़ने की बीमारी है तो 1 ग्राम हल्दी डाल के चुसकी ले के पियो । चाय की चाय, शरबत का शरबत !

चाय-कॉफी में अनेक प्रकार के हानिकारक द्रव्य होते हैं । गुर्दे (Kidneys) कमजोर, पाचन कमजोर, आँतें कमजोर... इस प्रकार की 10 प्रकार की हानियाँ चाय-कॉफी से पायी गयीं । अतः चाय-कॉफी के बदले आँवले की यह चाय अथवा शरबत पियोगे तो उन हानियों से आपकी रक्षा होगी और चेहरे पर लाली आयेगी । खून की कमी पूरी हो जायेगी । आँतें साफ-सुथरी हो जायेंगी ।

बाकी का जो आधा मिश्रण बचा है उसमें धनिया, मिर्च और जो भी मसाला हो उसे डालकर चटनी बना दो । भोजन के पहले थाली में 1-1 चम्मच चटनी परोस दो । आँवले की चटनी खाने के बाद जो भोजन खायेगा उसका भोजन पुष्टिदायी हो जायेगा ।

REF: ISSUE335-NOVEMBER-2020