करेले के उत्तम गुणों का लाभ लेने हेतु
कैसे बनायें करेले की सब्जी ?
बरसात के दिनों में पाचनक्रिया मंद होने से आहार अच्छी तरह पच नहीं पाता । ऐसी दशा में पाचक औषधियाँ लेने के बजाय केवल निम्न विधि से बनायी गयी करेले की सब्जी खायें और इसके आशातीत फायदे स्वयं ही आजमायें ।
लाभ : यह भूख, रोगप्रतिकारक शक्ति एवं हीमोग्लोबिन बढ़ाती है । अजीर्ण, बुखार, दर्द, सूजन, आमवात, वातरक्त, यकृत (लीवर) व प्लीहा की वृद्धि, कफ एवं त्वचा के रोगों में लाभदायक है । बच्चों के हरे-पीले दस्त, पेट के की’ व मूत्र रोगों से रक्षा करती है । विशेष : यकृत की बीमारियों एवं मधुप्रमेह (डायबिटीज) से ग्रस्त लोगों के लिए यह रामबाण है ।
विधि : प्रायः सब्जी बनाते समय करेले के हरे छिलके व कड़वा रस निकाल दिया जाता है । इससे करेले के गुण बहुत कम हो जाते हैं ।
छिलके उतारे बिना अच्छे-से करेलों को धोयें और काट लें । फिर उन्हें कुकर में डाल के थोड़ा पानी, नमक-मिर्च, मसाला और घी या तेल डालें । बंद करके धीमी आँच में पकायें । एक-आधी सीटी पर्याप्त है । हो गयी सब्जी तैयार !
सेवन की मात्रा : ५० से १५० ग्राम
इस तरीके से सब्जी बनाने से करेले के गुणकारी अंश अलग नहीं हो पाते और सेवनकर्ता को करेले के सभी गुण प्राप्त हो जाते हैं ।