◉ भगवद्रस का पान कराके आबाद करनेवाला उत्सव..
◉ गणेश चतुर्थी पर करणीय-अकरणीय...
◉ आत्मा के अतिरिक्त अन्य कुछ भी नहीं है..
◉ संसारी प्रेम का असली चेहरा...
◉ व्रत, यज्ञ, तीर्थयात्रा आदि सबसे श्रेष्ठ है सत्संग !
◉ गर्भवती महिला को सत्संग-श्रवण व शास्त्र-अध्ययन आवश्यक क्यों ?
◉ पूज्य बापूजी के साथ आध्यात्मिक प्रश्नोत्तरी..
◉ ऐसा त्याग ‘त्याग’ नहीं, आत्मवंचना है - स्वामी अखंडानंदजी..
◉ उन्हींको परमार्थ की प्राप्ति होती है - संत निलोबाजी..
◉ पारिवारिक सुख-शांति व धन-लाभ हेतु...
संत श्री आशारामजी आश्रम द्वारा प्रकाशित ‘लोक कल्याण सेतु’ मासिक समाचार-पत्र पिछले 23 वर्षों से समाज में नैतिक व चारित्रिक-मूल्यों के विकास तथा उनके संवर्धन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है । इसके माध्यम से समाज को बौद्धिक विकास, आर्थिक समृद्धि व शारीरिक स्वास्थ्य की युक्तियाँ तो प्राप्त होती ही हैं, साथ ही शास्त्रों तथा संतों के ज्ञान से आत्मिक उन्नति का मार्ग भी प्रशस्त होता है । ‘लोक कल्याण सेतु’ देश-विदेश की सामयिक घटनाओं को समाज तक पहुँचाता है व ज्वलंत समस्याओं के जनहितकारी हल भी प्रस्तुत करता है ।
◉ पूज्य संत श्री आशारामजी बापू की जीवनोद्धारक पावन अमृतवाणी
◉ शास्त्रों का सार-सार ज्ञान, ब्रह्मनिष्ठ महापुरुषों की वाणियाँ व जीवन-प्रसंग
◉ व्रत-पर्व, त्यौहारों व पुण्यदायी तिथियों की जानकारी
◉ भारतीय संस्कृति की गरिमा के अनछुए पहलू
◉ देश, धर्म एवं संस्कृति के खिलाफ चल रहे षड्यंत्रों का पर्दाफाश
◉ सम-सामयिक घटनाओं की पारदर्शक प्रस्तुति
◉ ऋतु अनुसार खान-पान, आहार-विहार व स्वास्थ्य की अनमोल कुंजियाँ
◉ बच्चों की प्रतिभा को विकसित करने तथा उन्हें संस्कारवान बनाने हेतु ‘‘संस्कार सुरभि’’
◉ जीवन में आनेवाली समस्याओं के निवारण के शास्त्रोक्त उपाय
◉ घर में सुख-शांति व नौकरी-धंधे में बरकत हेतु विभिन्न प्रयोग
◉ आश्रम द्वारा चलाये जा रहे सेवाकार्यों पर एक नजर । इसके अलावा और भी बहुत कुछ...
Sant Shri Asharamji Bapu is a staunch supporter of unity and integrity of the nation, which makes him a Lok Sant. That is why in spite of being a Hindu saint, thousands of Muslims, Christians, Zoroastrians, Sikhs, Jains and people belonging to diverse other religions feel proud to be recognized as his disciples Know More